विपक्षी सांसद संसद के दोनों सदनों में कर रहे विरोध प्रदर्शन
पिछले हफ्ते लोकसभा में बड़े पैमाने पर सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी सांसद संसद के दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वे मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षा विफलता पर संसद को संबोधित करें.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि सदन में सुरक्षा संबंधी कोई भी घटना सचिवालय के दायरे में आती है और वह केंद्र को हस्तक्षेप नहीं करने देंगे.उन्होंने पिछले सप्ताह कहा था, “सरकार लोकसभा सचिवालय की (जिम्मेदारियों में) हस्तक्षेप नहीं कर सकती. हम इसकी अनुमति भी नहीं देंगे.”
विधेयकों को बिना किसी सार्थक बहस के पारित किया जा सके – जयराम रमेश का आरोप
कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने सांसदों को संसद से निलंबित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आज अकेले लोकसभा से कम से कम 50 और भारतीय सांसदों को निलंबित कर दिया गया! पूर्ण सफाया किया जा रहा है ताकि कठोर विधेयकों को बिना किसी सार्थक बहस के पारित किया जा सके, और ताकि 13 दिसंबर को लोकसभा में दो घुसपैठियों के प्रवेश की सुविधा प्रदान करने वाले बीजेपी सांसद बेदाग हो जाएं. नई संसद नमोक्रेसी को उसके सभी अत्याचारों में दर्शाती है.”
In the present day at the very least 50 extra INDIA MPs have been suspended from the Lok Sabha alone! A whole purge is being executed in order that draconian Payments are handed with none significant debate, and in order that the BJP MP who facilitated entry of the 2 intruders into the Lok Sabha on December 13th…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 19, 2023
“बहस की जरूरत नहीं” : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दैनिक जागरण अखबार को दिए एक साक्षात्कार में सुरक्षा उल्लंघन को “बहुत गंभीर” मामला बताया और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए, हालांकि उन्होंने कहा है कि इस पर बहस की जरूरत नहीं है.
आप के राघव चड्ढा ने किया ये ट्वीट
आप के राघव चड्ढा ने सांसदों के निलंबन पर लिखा कि डेमोक्रेसी सस्पेंडेड…
Democracy suspended
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) December 19, 2023
“यह सरकार सही बात सुनना नहीं चाहती है”
विपक्षी सांसदों के निलंबन पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “यह सरकार सही बात सुनना नहीं चाहती है. भाजपा से यह पूछना चाहिए कि वे लोकतंत्र का मंदिर बोलते हैं. हम सब अपने भाषणों में लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं. ये किस मूंह से इसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं, जब ये विपक्ष को बाहर कर रहे हैं. अगर ये दूसरी बार सरकार में आ गए तो यहां बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान नहीं बचेगा.”
#WATCH विपक्षी सांसदों के निलंबन पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “यह सरकार सही बात सुनना नहीं चाहती है। भाजपा से यह पूछना चाहिए कि वे लोकतंत्र का मंदिर बोलते हैं। हम सब अपने भाषणों में लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं। ये किस मूंह से इसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं, जब ये… pic.twitter.com/HEOmo3jKCg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2023
आज 47 सांसदों को निलंबित किया गया
निलंबन का सिलसिला पिछले सप्ताह शुरू हुआ. सुरक्षा में चूक के एक दिन बाद विपक्षी सांसद गृह मंत्री से बयान की मांग करने लगे. जिसके बाद 13 लोकसभा सांसदों और एक राज्यसभा सांसद को निलंबित कर दिया गया. कल, विपक्षी सांसदों ने अपना विरोध फिर से शुरू किया। इसके कारण दोनों सदनों में रिकॉर्ड 79 निलंबन हुए. आज 47 सांसदों को निलंबित किया गया.
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