नई दिल्ली:
IIT बॉम्बे अपने पूर्व छात्रों के साथ वैश्विक नेतृत्व की दिशा में उत्कृष्टता की अपनी 65वीं वर्षगांठ का जश्न मना रहा है. इस मौके पर आज कैंपस में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस विशेष अवसर पर पूर्व छात्रों, शिक्षकों, छात्रों, शुभचिंतकों और उद्यमियों की उपस्थिति देखी गई. इस कार्यक्रम में संस्थान के स्थिर विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व छात्रों और शुभचिंतकों के योगदान, मार्गदर्शन और समग्र भागीदारी को सम्मानित किया गया. इस आयोजन में आईआईटी बांबे के पूर्व छात्र नंदन नीलेकणी- बी.टेक., इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, 1973 के सम्मान में एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. नीलेकणि इंफोसिस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के सह-संस्थापक और अध्यक्ष और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के संस्थापक अध्यक्ष हैं.
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आईआईटी बांबे के प्रति उनकी सेवा और समर्थन को देखते हुए आईआईटी बॉम्बे के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने अपनी प्रतिष्ठित मुख्य इमारत उन्हें समर्पित करने का निर्णय लिया. अब से इस इमारत का नाम “नंदन नीलेकणि मुख्य भवन” रखा जाएगा. इसकी पट्टिका का अनावरण आज आईआईटी बॉम्बे के निदेशक प्रोफेसर सुभासिस चौधरी, नीलेकणि और उनके परिवार के सदस्यों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया.
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इस मौके पर नंदन नीलेकणि ने कहा, “मैं इस अविश्वसनीय सम्मान के लिए आईआईटी बॉम्बे के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का बहुत आभारी हूं. आईआईटी बॉम्बे ने मेरे जीवन को असीम रूप से आकार दिया है, और मैं आईआईटी बॉम्बे की टीम, पूर्व छात्रों और अन्य सभी लोगों के योगदान को स्वीकार करता हूं जिन्होंने मुझे संस्थान को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाया है. मैं यह सम्मान प्रत्येक छात्र को समर्पित करता हूं जो प्रतिष्ठित इमारत के पास से गुजरता है – मुझे आशा है कि यह उन्हें बेहतर कल की कल्पना करने और निर्माण करने के लिए प्रेरित करेगा.”
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