BharatPe Ex-CEO Ashneer Grover Spouse Madhuri Jain With Household Made Pretend Multi-Crore Invoices Says EOW Sources – BharatPe के पूर्व CEO अश्‍नीर ग्रोवर ने कई करोड़ रुपये के फेक इनवॉयस बनाकर की हेराफेरी, EOW की स्टेटस रिपोर्ट में खुलासा

162

खास बातें

  • इकोनॉम‍िक ऑफेंस व‍िंग ने हाईकोर्ट में दी स्टेटस रिपोर्ट
  • अश्नीर ग्रोवर पर BharatPe में 81 करोड़ की गड़बड़ी के आरोप
  • धोखाधड़ी में फर्जी एचआर कंसल्टेंसी का भी किया इस्तेमाल

मुंबई:

भारतीय फिनटेक कंपनी भारतपे (BharatPe) के को-फाउंडर और पूर्व सीईओ अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) की मुश्‍क‍िलें बढ़ती जा रही है. अश्नीर ग्रोवर और उनकी पत्‍नी माधुरी जैन (Madhuri Jain Grover) पर लगे धोखाधड़ी के आरोप में दिल्ली पुलिस की इकोनॉम‍िक ऑफेंस व‍िंग (EOW) की जांच कर रही है. इस जांच के आधार पर द‍िल्‍ली पुल‍िस की तरफ से नए खुलासे क‍िये गए हैं. जांच में पाया गया क‍ि अश्नीर ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़ी कंपनियों ने फिनटेक यूनिकॉर्न के लिए किए गए काम का पैसा न‍िकालने के ल‍िए पिछली तारीख के चालान (इनवॉयस) का इस्तेमाल किया. ये इनवॉयस कई करोड़ रुपये के थे. हालांकि, इकोनॉम‍िक ऑफेंस व‍िंग को कई फर्म के बारे में अभी जानकारी नहीं म‍िल सकी है, ज‍िनको भारतपे की तरफ से पेमेंट किया गया था. 

यह भी पढ़ें

दिल्ली हाईकोर्ट में EOW की ओर से दाखिल एक स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपियों ने रिक्रूटमेंट वर्क के एवज में कमीशन के पेमेंट के लिए भारतपे के अकाउंट से रकम ट्रांसफर करने के लिए कथित तौर पर पिछली तारीख के चालान का इस्तेमाल किया.

स्टेटस रिपोर्ट के मुताबिक, कथित रूप से फर्जी एचआर कंसल्टेंसी को कम से कम 7.6 करोड़ रुपये का पेमेंट किया गया. जबकि माल और सेवा कर (GST) अधिकारियों को जुर्माने के रूप में 1.66 करोड़ रुपये का पेमेंट किया गया. इसके अलावा 71.76 करोड़ रुपये कथित तौर पर फर्जी लेनदेन के जरिए निकाले गए.

EOW के मुताबिक, अब तक 81 करोड़ रुपये से ज्यादा के लेनदेन की जानकारी मिली है. जांच अभी जारी है. EOW के स्टेटस रिपोर्ट में कहा गया है, “जांच के दौरान, अकाउंट नंबर (संशोधित) (कथित माधुरी जैन/ग्रोवर से संबंधित) की जांच से पता चला कि उसे लगभग 5 करोड़ रुपये, पिता सुरेश जैन को three करोड़ रुपये और मां संतोष जैन-भाई श्वेतांक जैन को क्रमशः 2 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे.

EOW ने बताया कि भारतपे की पूर्व हेड ऑफ कंट्रोल माधुरी जैन को फोरेंसिक ऑडिट में कई अनियमितताओं का खुलासा होने के बाद 2022 में निकाल दिया गया था. इसके बाद मार्च 2022 में अश्नीर ग्रोवर ने सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया.

EOW के मुताबिक, “इसके अलावा जांच से पता चला कि याचिकाकर्ता अश्नीर ग्रोवर ने 2019 से 2022 तक अपने पिता अशोक ग्रोवर के अकाउंट में 46 करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर की थी. ये बहुत बड़ी रकम है. अभी इस ट्रांजेक्शन को वेरिफाई किया जाना बाकी है.”

EOW ने इस साल की शुरुआत में इस मामले में आईपीसी की eight धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी. इसमें आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और बेईमानी और जालसाजी की धाराएं शामिल हैं.

भारतपे ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि अश्नीर ग्रोवर और उनके परिवार ने अन्य आरोपों के अलावा कथित रूप से फर्जी ह्यूमन रिसोर्स कंसल्टेंट को अवैध पेमेंट के जरिए करीब 81.three करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया.

ये भी पढ़ें:-

अशनीर ग्रोवर और उनकी फैमिली के खिलाफ 81 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में FIR दर्ज

BharatPe: दिल्ली पुलिस का दावा- अश्नीर ग्रोवर से जुड़ी HR फर्म्स ने की ₹7.5 करोड़ की हेराफेरी

Supply hyperlink